अगर आपको कम्प्युटर का कंट्रोल पेनल चलाना आता हैं या फिर आपको कंट्रोल पेनल क्या हैं उसके बारे मे पता हैं तो कम्प्युटर का सारा कंट्रोल आपके हाथ मे हैं। क्योंकि किसी व्यक्ति को अगर कम्प्युटर की फील्ड मे आगे बढ़ना हैं तो उसको कंट्रोल पेनल के बारे मे जानकारी होनी चाहिए।
एक इंसान को कम्प्युटर की प्रोब्लेम दूर करनी हैं तो उसको कंट्रोल पेनल के बारे मे जानना चाहिए। इस पोस्ट मे हम आपको जानकारी देने वाले हैं की कम्प्युटर मे कंट्रोल पेनल क्या हैं? और कंट्रोल पेनल के कार्य के बारे मे भी जानेंगे। कंट्रोल पेनल आखिर क्या काम कर सकता हैं उसके बारे मे बताएँगे।
कंट्रोल पेनल क्या हैं? - Control Panel kya Hain?
कम्प्युटर मे कंट्रोल पेनल एक ऐसा पेनल होता हैं जिसमे कम्प्युटर का सारा कंट्रोल होता हैं। कंट्रोल पेनल की मदद से आप कम्प्युटर मे कोई भी बदलाव कर सकते हैं और कम्प्युटर मे कोई प्रोब्लेम आती हैं तो उसको भी दूर कर सकते हैं। कंट्रोल पेनल मे कम्प्युटर की हर सेटिंग होती हैं जिससे आप कम्प्युटर मे बड़े या छोटे बदलाव करते हैं।
माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज के लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 10 मे आपको कंट्रोल पेनल और मोबाइल जैसा सेटिंग ऑप्शन दिया जाता हैं जिससे नए कम्प्युटर यूजर कंट्रोल पेनल की जगह सेटिंग का उपयोग करके आसानी से कम्प्युटर मे बदलाव कर सकते हैं। कंट्रोल पेनल नए यूजर के लिए बहोत मुश्किल चीज़ हैं पर प्रेक्टिस करके इसको आसान बनाया जा सकता हैं।
अगर आपको कम्प्युटर मे विंडोज अपडेट करना हो या फिर ड्राईवर मेनेज करना हैं, उसके सारे सेटिंग कंट्रोल पेनल मे मिल जाते हैं।
अब हम आपको कंट्रोल पेनल के बेसिक कार्य बताएँगे जिससे कंट्रोल पेनल क्या हैं वो समझने मे आसानी हो जाएगी।
कंट्रोल पेनल के कार्य - Functions of Control Panel in Hindi
कम्प्युटर के कंट्रोल पेनल वैसे बहोत सारे सेटिंग के ऑप्शन होते हैं पर जो मुख्य ऑप्शन होते हैं वो नीचे दिखाया गया हैं जिसमे आपको सिस्टम एंड सिक्योरिटी, नेटवर्क एंड इंटरनेट, हार्डवेर एंड साउंड, प्रोग्राम, यूजर अकाउंट एंड फ़ैमिली सेफ़्टी, अपिरेंस एंड पर्सनालाईजेशन, क्लॉक लेंगवेज़ एंड रीज़न और इज ऑफ एक्सैस हैं। इसके बारे मे आपको बहोत कुछ आगे जानने को मिलेगा।
सिस्टम एंड सिक्योरिटी (System and Security)
कंट्रोल पेनल मे ये एक सेटिंग होती हैं जिसमे आपको विंडोज की सुरक्षा और सिस्टम को जानने के लिए बहोत सारे ऑप्शन दिये जाते हैं। आपके कम्प्युटर मे कोनसा प्रोसेसर हैं, कितनी रेम (RAM) हैं, प्रोसेसर कोनसी पीढ़ी का हैं, ऐसी बहोत सारी सिस्टम के बारे मे जानकारी आपको सिस्टम एंड सिक्योरिटी मे मिलेगी।
कम्प्युटर को वाइरस जेसी चीजों से बचाने के लिए इसमे आपको कुछ प्रोग्राम्स भी दिये जाते हैं और इधर आप विंडोज को भी अपडेट कर सकते हो। आपको इधर पावर ऑप्शन भी मिलेगा जिसमे आप ये तेय कर सकते हैं की आपका कम्प्युटर बिजली ज्यादा यूज़ करे या ना करे। ऐसी बहोत सारी सेटिंग मिलेगी जिससे आप सिस्टम को बहोत अच्छी तरह से मेनेज कर सकते हैं।
नेटवर्क एंड इंटरनेट (Network and Internet)
कंट्रोल पेनल मे नेटवर्क एंड इंटरनेट एक ऐसा ऑप्शन होता हैं जिसमे यूजर कम्प्युटर का नेटवर्क बना सकता हैं और नए-नए अपने नेटवर्क से जुड़ सकता हैं। अगर यूजर को इंटरनेट से जुड़ना हैं तो इधर से बहोत आसानी से जुड़ा जा सकता हैं।
अगर यूजर को देखना हैं की उसका कम्प्युटर कोन से नेटवर्क से जुड़ा हुआ हैं तो इसकी जानकारी भी मिलेगी और यूजर ethernet जैसी चीजों का भी उपयोग कर सकता हैं। यूजर दो कम्प्युटर को एक साथ जोड़ सकता हैं और उसमे से फाइल को भी इधर-उधर भेज सकता हैं। अगर आपके कम्प्युटर मे वाई-जैसी सुविधा हैं तो इधर आप वाई-फ़ाई नेटवर्क से बहोत आसानी से जुड़ सकते हैं।
हार्डवेर एंड साउंड (Hardware and Sound)
हार्डवेर एंड साउंड एक ऐसा ऑप्शन होता हैं जिसमे आप अपने कम्प्युटर से जुड़े डिवाइस की सेटिंग मेनेज कर सकते हैं और कोनसे डिवाइस जुड़े हैं वो भी पता लगा सकते हैं। जैसे अगर आपके कम्प्युटर मे स्पीकर जुड़ा हुआ हैं तो आप स्पीकर की सेटिंग को बदल सकते हैं और माइक हैं तो माइक की सेटिंग को बदल सकते हैं और उसको टेस्ट भी कर सकते हैं।
इसमे आप डिस्प्ले की भी सेटिंग मेनेज कर सकते हैं। ऐसी ही बहोत सी चीज़ें आपको इसे उपयोग करने के बाद पता चलेगी।
प्रोग्राम्स (Programs)
कंट्रोल पेनल मे प्रोग्राम का मतलब होता हैं की आपके कम्प्युटर मे जीतने भी सॉफ्टवेर या अन्य प्रोग्राम्स को इन्स्टोल किया गया हैं उसको मेनेज कर सकते हैं, जैसे उसको आप डिलीट कर सकते हैं और वो प्रोग्राम कितनी साइज़ का हैं वो भी पता लगा सकते हैं। विंडोज मे कोनसे अपडेट इन्स्टोल हैं वो पता लगा सकते हैं।
कोनसे प्रोग्राम को डीफोल्ट सेट करना हैं वो बदल सकते हैं।
यूजर अकाउंट एंड फ़ैमिली सेफ़्टी (User Accounts and Family Safety)
कंट्रोल पेनल मे ये एक ऐसा ऑप्शन होता हैं जिसमे आप कम्प्युटर के लिए यूजर अकाउंट बना सकते हैं और उसको मेनेज कर सकते हैं। जैसे गूगल का अकाउंट होता हैं वैसे ही आप कम्प्युटर का अकाउंट बना सकते हैं और उसमे पासवर्ड भी लगा सकते हैं और कोई दूसरा व्यक्ति पासवर्ड लगाए बिना आपके कम्प्युटर को छेड़ नहीं सकता।
अगर आप माता-पिता हैं और आपका बच्चा आपके कम्प्युटर का उपयोग करता हैं तो आपके लिए भी Perental Controls नाम का ऑप्शन दिया जाता हैं।
अपिरेंस एंड पर्सनालाइज़ेशन (Appearance and Personalization)
कंट्रोल पेनल मे ये एक ऐसा ऑप्शन होता हैं जिसमे यूजर कम्प्युटर को अच्छे तरीके से सजा सकता हैं। जैसे....
- कम्प्युटर की फॉन्ट बदल सकता हैं।
- कम्प्युटर की डिस्प्ले का रेसोल्यूशन बदल सकता हैं।
- विंडोज की थीम को बदल सकता हैं।
- विंडोज मे टेक्स्ट को बड़ा या छोटा कर सकता हैं।
- टेक्स्ट का डिज़ाइन बदल सकता हैं।
- डेस्कटॉप स्क्रीन मे बहोत कुछ बदलाव कर सकता हैं।
- वॉलपेपर बदल सकता हैं।
ऐसी बहोत सी चीज़ें यूजर करने मिलती हैं।
क्लॉक, लेंगवेज़ एंड रीज़न (Clock, Language and Region)
कंट्रोल पेनल मे ये एक ऐसा फीचर होता हैं जिससे यूजर कम्प्युटर का टाइम बदल सकता हैं और तारीख भी बदल सकता हैं। यूजर कोनसी जगह पर रेहता हैं उसके हिसाब से सब सेट कर सकता हैं। कीबोर्ड की भाषा भी बदल सकता हैं।
इज़ ऑफ एक्सैस (Ease of Access)
अगर किसी कम्प्युटर यूजर को शारीरिक प्रोब्लेम हैं जैसे हाथ ना हो, या फिर आँख कमजोर हो, तो ऐसे यूजर भी विंडोज का उपयोग कर सके इसलिए ये ऑप्शन लाया गया हैं। इसमे यूजर आवाज निकाल के भी सब कुछ कंट्रोल कर सकता हैं। यूजर मेगिंफायर ग्लास का उपयोग करके छोटी चीज़ बड़ी देख सकता हैं। कम्प्युटर को यूज करते वक्त आने वाली परेशानियों का हल इसमे होता हैं।
इतना कुछ पढ़ने के बाद आपको कम्प्युटर मे कंट्रोल पेनल क्या हैं और कंट्रोल पेनल के कार्य के बारे मे आपने बहोत जानकारी हासिल की होंगी और आपको ये पोस्ट पढ़ने मे भी बहोत मजा आया होगा। अगर आपका कोई सवाल हैं तो आप हमे नीचे कॉमेंट मे बता सकते है।